महारैली ने प्रदेश कांग्रेस को सियासी पिच पर दौड़ने का दिया जज्बा, राष्ट्रीय मंच से प्रदेश की 'साधना'

(अमन न्यूज़)      महारैली ने प्रदेश कांग्रेस को सियासी पिच पर तेज रफ्तार से दौड़ने का जज्बा दिया। रैली में एक मंच से कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं ने प्रदेश के नेताओं व कार्यकर्ताओं में जान फूंकने का काम किया। कार्यकर्ताओं में भी उत्साह दिखा। वहीं, आप में भी उर्जा का संचार नजर आया। मंच पर इंडिया गठबंधन के समस्त दलों के अधिकतर बड़े नेताओं की उपस्थिति से कार्यकर्ता गदगद दिखे और पूरे जोश के साथ चुनावी अखाड़े में उतरने का संकल्प लिया।

दोनों पार्टियों ने रामलीला मैदान में भीड़ जुटाने के लिए पूरी ताकत लगाई थी। रविवार को मेहनत दिखाई भी दी और बड़ी संख्या में लोग पूरे उत्साह के साथ पहुंचे। महारैली के बाद नेताओं के चेहरों से खुशी झलक रही थी। रैली ने कई मायने में एकजुटता का संकेत दिया। दिल्ली में आप व कांग्रेस गठबंधन के तहत चुनावी मैदान में हैं। 



समझौता होने के दौरान चर्चा थी कि नेता एक-दूसरे के उम्मीदवारों के लिए चुनावी कमान नहीं संभालेंगे और उनके वोट भी ट्रांसफर नहीं हो पाएगे, लेकिन महारैली का दृश्य देखकर ऐसा लगा कि दोनों दल भाजपा की खिलाफत में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। हालांकि, कांग्रेस ने दिल्ली की तीन सीटों पर अभी तक अपने प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में नहीं उतारा है।

 महारैली में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने कांग्रेस का खाता फ्रीज करने और विपक्षी दलों के मुख्यमंत्री गिरफ्तार करने पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि यह कैसा लोकतंत्र है, जिसमें लोकसभा चुनाव से पहले देश की सबसे पुरानी पार्टी का खाता फ्रीज कर दिया गया। यह देश के लोकतंत्र और चुनी ही सरकारों के अधिकारों पर कुठाराघात है। उन्होंने कहा कि देश के लोकतंत्र पर प्रहार होने पर बदलाव की शुरुआत रामलीला मैदान से हुई है। 

  • लवली ने कहा कि 31 मार्च का दिन इतिहास में लिखा जाएगा कि एक तानाशाही सरकार को हटाने के लिए यहां से इंडिया गठबंधन के दलों के नेताओं ने हुंकार भरी थी। राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा और भारत जोड़ो न्याय यात्रा के जरिये देश को जोड़ने का काम कर रहे हैं। वह देश के चारों कोनों में गए है, जबकि प्रधानमंत्री देश को तोड़ने का कार्य कर रहे हैं। उनके शासन में लोकतंत्र पर बार-बार हमला हो रहा है। विपक्षी दलों को दबाने की कोशिश की जा रही है। चुनाव घोषित होने के बाद मुख्यमंत्रियों को गिरफ्तार किया जा रहा है। यह सब देश के संविधान का मजाक है।

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