रैपिड रेल के यात्रियों को बदसूरत नजर नहीं आएगा नाला, डेढ़ किलोमीटर नाले की एमसीडी बदलेगी सूरत

(अमन न्यूज़ ) वसुंधरा एंक्लेव से न्यू अशोक नगर मेट्रो स्टेशन तक एमसीडी अपने नाले को नया स्वरूप प्रदान करेगा, जिसके बाद रैपिड रेल और मेट्रो में बैठे यात्रियों को नाला बदसूरत नजर नहीं आएगा। पुराने नाले की उखड़ी हुई ईंटों की जगह आरसीसी बॉक्स वाली ड्रेन बनाई जाएगी और नाले की सर्विस लेन पर आरएमसी पटरी का निर्माण किया जाएगा। 

इसके अलावा ड्रेन के दोनों तरफ कुछ इस तरह से हरियाली की जाएगी, जो लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचेगी। पूर्वी दिल्ली के इस घने इलाके से होकर जल्द ही रैपिड मेट्रो चलने लगेगी। दिल्ली मेट्रो की नोएडा जाने वाली यलो लाइन पर न्यू अशोक नगर मेट्रो स्टेशन के पास रैपिड रेल की क्रॉसिंग रहेगी। दोनों रेल लाइनें एक दूसरे के ऊपर से होकर निकलेंगी। उस समय का नजारा बेहद आकर्षक रहेगा जब नीचे से मेट्रो रेल और ऊपर से रैपिड रेल जा रही होगी। ऐसे में निगम ने इस जगह को और भी साफ सुथरा व खूबसूरत बनाने का निर्णय लिया है।

वसुंधरा एनक्लेव की मंजूरशुदा कॉलोनी, न्यू अशोक नगर कॉलोनी और दल्लूपुरा गांव इस नाले के समीप स्थित हैं। यह क्षेत्र दिल्ली के सबसे सघन बस्ती वाले क्षेत्रों में से एक है। इस बस्ती का सारा भार इस नाले पर है। घरों से निकलने वाला गंदा पानी और बरसाती पानी दोनों का प्रवाह इसमें होता है। नोएडा मोड़ के समीप शाहदरा नाले में यह गिरता है। लेकिन वसुंधरा एनक्लेव से न्यू अशोक नगर मेट्रो स्टेशन तक स्थित इस नाले को करीब 40 साल पहले बनाया गया था। समय के साथ यह नाला कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गया है। मशीनों से गाद निकालने के दौरान इस नाले की ईंट से बनी दीवार भी कई जगहों पर ढह गई है। इसलिए निगम ने इस नाले का कायाकल्प करने का निर्णय लिया है।

डेढ़ किलोमीटर नाले की बदलेगी सूरत
एमसीडी की इस परियोजना के तहत 1450 मीटर लंबाई में नाले की सूरत बदली जाएगी। आरसीसी बॉक्स ड्रेन का निर्माण होगा। नाले की सर्विस लेन पर नई आरएमसी पटरी बनाई जाएगी। इससे आस पास की कॉलोनियों में रहने वाले लाखों लोगों को न्यू अशोक नगर मेट्रो स्टेशन आने-जाने में आसानी होगी। ड्रेन की दशा सुधरने के बाद सबसे खास बात यह होगी कि मेट्रो और रैपिड रेल में बैठे यात्रियों को नाले की बदसूरती नहीं देखना पड़ेगा। इसके आस पास पौधे लगाकर हरियाली भी बढ़ाई जाएगी।

पानी की सफाई के लिए बनेगा एसटीपी
इस परियोजना के अंतर्गत यहां एक एसटीपी का निर्माण भी किया जाएगा। इस एसटीपी में नाले का पानी साफ होगा और यही पानी पौधों की सिंचाई के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। अमृत सरोवर मिशन के अंतर्गत निगम इस पूरी परियोजना पर 20 करोड़ रुपये खर्च करेगा।

Comments