दिल्ली में अगले माह से दौड़ने लगेंगी मोहल्ला बसें, पहले चरण में उतरेंगी 200 गाड़ियां

(अमन न्यूज़ ) दिल्लीवासी दिसंबर में मोहल्ला बस योजना की सुविधा को लाभ ले सकेंगे। डीटीसी अगले महीने से इस सेवा को शुरू करने जा रहा है। पहले फेज में 200 मोहल्ला बसें सड़कों पर उतरेंगी। इसके बाद इनका बेड़ा बढ़ाया जाएगा। करीब नौ मीटर लंबी इन बसों को भीड़भाड़ व संकरी सड़कों पर चलाया जाना है। इससे लोग अपनी अंतिम मंजिल तक पहुंच सकेंगे। अधिकारियों का कहना है कि योजना के तहत मोहल्ला बस सेवा के लिए 2,080 लो फ्लोर एसी इलेक्ट्रिक बसों आएंगी। इसमें से करीब 1,040 बसों की निविदा आवंटित भी कर दी गई है।

इससे पहले बीते दिन परिवहन विभाग की इलेक्ट्रिक बस निर्माता कंपनियों के साथ बैठक हुई थी। इसमें 200 बसों की पहली खेप दिसंबर में लाने की सहमति बनी है। इन बसों का रंग नीला व हरा होगा। नई बस योजना के मार्गों और परिचालन विशेषताओं पर निर्णय लेने के लिए परिवहन मंत्री ने एक तकनीकी समिति का गठन किया गया था। कमेटी ने जनता के फीडबैक के आधार पर रूट सर्वे पूरा कर लिया है। इन बसों के लिए बड़े पैमाने पर पार्किंग और चार्जिंग का बुनियादी ढांचा तैयार किया जा रहा है। 27 बस डिपो में चार्जिंग सुविधा होगी।



अधिक से अधिक लोग योजना का ले सकेंगे लाभ...
अधिकारियों के अनुसार, मोहल्ला बसें घनी आबादी और कम चौड़ी वाली सड़कों पर चलेंगी। जहां पर 12 मीटर व इससे और लंबी बसें नहीं जा सकती है। मोहल्ला बसें मेट्रो स्टेशन, अस्पताल आदि जगहों पर यात्रियों को सुविधा देंगी। साथ ही इन बसों में महिला यात्रियों से डीटीसी की सामान्य बसों की तरह कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। बसों के चलने के लिए रूट करीब-करीब तय कर लिया गया है। इसके साथ ही दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में सार्वजनिक बैठकें कर और रूटों के बारे में जानकारी जुटाई जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि विभाग की कोशिश है कि मोहल्ला बस सुविधा का अधिक से अधिक लोग लाभ ले सके।

सरकार ने बजट में किया था एलान
दिल्ली सरकार 2023-24 के बजट भाषण में मोहल्ला बस योजना का एलान किया था। इसका मकसद दिल्ली के लोगों को लास्ट माइल कनेक्टिविटी मुहैया कराना था। सरकार का मानना है कि घर के नजदीक सार्वजनिक परिवहन की सुविधा मिलने से लोग निजी वाहनों का इस्तेमाल कम करेंगे। इससे सड़कों पर ट्रैफिक कम होगा और प्रदूषण में भी कमी आने की उम्मीद है। अभी 200 बसों के साथ यह सुविधा शुरू की जा रही है। 2025 तक इनकी संख्या 2000 से ज्यादा की जाएगी।

Comments