एलओसी पर तीन आतंकियों को ढेर कर सेना ने पाकिस्तानी बैट हमले की बड़ी वारदात और हत्या की साजिश को नाकाम किया। वहि आतंकी के शव के पास क्लेमोर माइन मिली है, जिसका पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई बैट हमले में इस्तेमाल करती है। इस माइन से अग्रिम इलाकों में कई बार धमाके किए जा चुके हैं। वहीं पिस्टल की बरामदगी को राजोरी और पुंछ में लक्षित हत्या की साजिश से जोड़कर देखा जा रहा है। इस दोहरी साजिश से एक तरफ तो एलओसी को दहलाया जाना था, तो दूसरी तरफ लक्षित हत्या से क्षेत्र के सांप्रदायिक शान्ति को बिगाड़ने की कोशिश की जा सकती थी। मिडिया रिपोत्स के मुताबिक बताया जा रह है कि कश्मीर घाटी में पिस्टल का इस्तेमाल लक्षित हत्याओं के लिए हि किया जाता है। एलओसी पर तलाशी के दौरान सेना को क्लेमोर माइन भी मिली है। पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम इस माइन का इस्तेमाल हमले में करती है। क्लेमोर माइन को रिमोट कंट्रोल से भी चलाया सकता है। इसका इस्तेमाल घात लगाकर हमला करने में किया जाता है। सेना के पुंछ ब्रिगेड कमांडर राजेश बिष्ट ने कहा कि वीरवार की सुबह साढ़े नौ बजे तीन आतंकी भारी मात्रा में हथियारो के साथ घुसपैठ करने कि फ़िरात् मे थे उन्होने बताया कि उन तीनो ने पठानी सूट पेहेना हुआ था जिसके बाद उन्हे देखकर ऐन मौके पर ढेर कर दिया गया। घुसपैठियों को पहले सुरक्षा बलों ने ललकारा, लेकिन तीनों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में तीनों मारे गए।इलाके की तलाशी लेने पर एक आतंकी का गोलियां से छलनी शव हथियारों के साथ बरामद कर लिया गया तलाशी लेने पर 43 गोलियां, एक चाइनीज पिस्टल, सात गोलियां, एक मैगजीन, एक क्लेमोर माइन, केबल, बैटरी, जैसी कई और भी चिजे मिलि जिससे ये साफ़् देखा जा सक्ता है कि आतंकी पूरी तैयारी के साथ बड़ी वारदात को अंजाम देने आए थे।
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