[अमन न्यूज़ ]धरती से लॉन्च किए गए सैटेलाइट और रॉकेट अंतरिक्ष में जाकर एक समय के बाद मलबा बन जाते हैं। ये मलबा न सिर्फ सक्रिय उपग्रहों और स्पेस मिशन के लिए घातक होता है बल्कि धरतीवसियों के लिए भी खतरनाक साबित हो सकता है। शनिवार को ऐसा ही एक खतरा आसमान में नजर आया जब चीन के एक रॉकेट का मलबा हिंद व प्रशांत महासागर के ऊपर धरती पर क्रैश हुआ। अमेरिकी व चीनी अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी है।
चीन की स्पेस एजेंसी ने कहा कि लॉन्ग मार्च 5 रॉकेट के ज्यादातर हिस्से वायुमंडल में ही जल गए। रॉकेट के मलबे ने प्रशांत महासागर के सुलु सागर के ऊपर पृथ्वी में दोबारा प्रवेश किया। इससे पहले अंतरिक्ष विशेषज्ञों ने कहा था कि मलबे के किसी आवासीय इलाके पर गिरने की संभावना बेहद कम है। अनियंत्रित तरीके से धरती पर गिरे रॉकेट के मलबे ने स्पेस कचरे की जिम्मेदारी को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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