दो दिन बाद फिर बदलेगा मौसम, गिर सकती हैं राहत की बूंदें
(अमन न्यूज़ )
गत दिनों लगातार बारिश के बाद इन दिनों दिल्ली-एनसीआर में सूरज के कड़े तेवर बने हुए हैं। यही वजह है कि अधिकतम व न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया जा रहा है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि दो दिनों तक लोगों को सूरज की तपिश से राहत नहीं मिलेगी और उमस भरी गर्मी का दौर जारी रहेगा। अक्तूबर की पहली तारीख से मौसम करवट लेगा और लोगों को कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।
मौसम विभाग ने मंगलवार को दिल्ली-एनसीआर में बादल छाए रहने की संभावना जताई थी, लेकिन सुबह से ही सूरज देवता के तेवर कड़े देखने को मिले। दिनभर कड़ी धूप के कारण घरों से बाहर निकले लोग चिलचिलाती धूप से बचते नजर आए। वहीं, शाम होने पर भी वातावरण में अधिक उमस महसूस की गई।
स्काईमेट वेदर के प्रमुख मौसम विज्ञानी महेश पलावत के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दाब वाली स्थिति बन रही है, जोकि छत्तीसगढ़ होते हुए इस समय महाराष्ट्र के ऊपर पहुंच गई है।
वहीं, यहां के बाद यह गुजरात में पहुंचेगी जिससे वहां बारिश के अच्छे आसार बन रहे हैं। हालांकि, इस बीच दिल्ली में भी बादल छाए रह सकते हैं, लेकिन बारिश नहीं होगी। अक्तूबर की शुरुआत के दो दिनों में दिल्ली में हल्की बारिश हो सकती है। पलावत के मुताबिक, दिल्ली में अभी सितंबर में 413 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है जोकि 1944 के रिकॉर्ड 417.3 मिमी से सिर्फ तीन मिमी कम है।
मौसम विभाग के मुताबिक, मंगलवार को अधिकतम तापमान सामान्य से एक अधिक 35.7 व न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन अधिक 26.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बीते 24 घंटों में हवा में नमी का स्तर 62 से 89 फीसदी रहा। विभाग का अनुमान है कि अगले 24 घंटों में अधिकतम तापमान 35 व न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है। दो दिनों तक गर्मी की तपिश के बाद एक अक्तूबर से मौसम करवट लेगा और हल्की बारिश से महीने की शुरुआत होगी।
बदलते मौसम के साथ दिल्ली-एनसीआर की हवा स्तर भी बिगड़ने लगा है। बीते 24 घंटों में दिल्ली-एनसीआर की हवा का स्तर औसत श्रेणी में दर्ज किया गया है। वहीं, अगले दो दिनों में भी वायु गुणवत्ता में सुधार की संभावना नहीं है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को वायु गुणवत्ता के आंकड़ों के साथ ट्वीट किया है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड(सीपीसीबी) के मुताबिक, दिल्ली का औसतन वायु गुणवत्ता सूचकांक 120 दर्ज किया गया। इसके अलावा फरीदाबाद का 119, गाजियाबाद का 120, ग्रेटर नोएडा का 159, गुरुग्राम का 153 व नोएडा का 107 एक्यूआई रहा।
सफर इंडिया के मुताबिक, मौसम के शुष्क होने की वजह से प्रदूषण के स्तर पर प्रभाव पड़ रहा है। बारिश न होने के कारण सड़क से उड़ने वाली धूल प्रदूषण का कारण बनी हुई है। अगले दो दिनों में भी हवा की गुणवत्ता में बदलाव नहीं आने की संभावना है। बारिश होने की स्थिति में हवा के स्तर में कुछ सुधार हो सकता है। बीते 24 घंटों में हवा में हवा में पीएम 10 का स्तर 104 व पीएम 2.5 का स्तर 53 माइक्रोग्राम प्रतिघनमीटर दर्ज किया गया। पीएम 10 का स्तर 100 से कम व पीएम 2.5 का स्तर 60 से कम होने पर सुरक्षित श्रेणी में माना जाता है।
Comments