बीए प्रोग्राम और ऑनर्स की कटऑफ से लग सकता है झटका
(अमन न्यूज़ )
दिल्ली विश्वविद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2021-22 के तहत स्नातक कोर्सेज में दाखिले के लिए कट ऑफ शेड्यूल जारी हो चुका है। कॉलेजों ने कट ऑफ निर्धारण के लिए बैठकें शुरू कर दी है। एक अक्तूबर को जारी होने वाली कट ऑफ में वैसे तो सभी कोर्सेज की कट ऑफ हाई रहेगी। लेकिन सबसे ज्यादा झटका बीए प्रोग्राम व ऑनर्स विषयों की कट ऑफ देगी।
खासकर ऑनर्स विषयों की कट ऑफ में एक से तीन फीसदी और बीए प्रोग्राम की कट ऑफ में पांच फीसदी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। जिन कॉलेजों में साइंस की कट ऑफ 93 फीसदी तक रही थी, वह इस बार 95-98 फीसदी तक रहेगी। मालूम हो कि पहली कट ऑफ एक अक्तूबर को जारी होनी है।
राजधानी कॉलेज में कट ऑफ निर्धारण केलिए मंगलवार को बैठक कर ली गई। इस बार कट ऑफ में औसतन दो से तीन फीसदी की बढ़ोतरी करने का तय किया गया है। खासकर राजनीति विज्ञान, इकोनॉमिकस जैसे कोर्सेज में कट ऑफ 95 फीसदी से अधिक रखी गई है। इसी तरह से साइंस, गणित, कंप्यूटर साइंस, फिजिक्स व केमिस्ट्री में कट ऑफ 95 से 98 फीसदी तक रहेगी।
श्री अरबिंदो कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ विपिन अग्रवाल ने कहा कि बुधवार को कट ऑफ निर्धारण केलिए बैठक करेंगे। यह तय है कि हम तीन से चार फीसदी तक की बढ़ोतरी कट ऑफ में करेंगे। कट ऑफ निर्धारण में सतर्कता बरतनी होगी क्योंकि सीबीएसई के अलावा अन्य बोर्ड में छात्रों को अंक देने में उदारता दिखाई है। इस कारण से बहुत ध्यान देकर कट ऑफ तय करनी होगी। उन्होंने कहा कि 30 सितंबर तक कट ऑफ तय कर डीयू प्रशासन को भेज देंगे। वहीं एक अन्य कॉलेज के दाखिला अधिकारी ने बताया कि ऑनर्स विषयों में एक से तीन फीसदी और बीए प्रोग्राम विषयों में पांच फीसदी तक बढ़ोतरी कर रहे हैं।
दिल्ली विश्वविद्याल केदाखिले में इस बार भी दाखिला रद कराने में कैपिंग रहेगी। छात्र एक कट ऑफ में एक बार ही दाखिला रद करा सकेंगे। प्रशासन ने दाखिले में स्थिरता लाने के लिए इस बार भी इस प्रावधान को जारी रखने का फैसला किया है। यदि किसी छात्र ने किसी कट ऑफ में अपना दाखिला रद कराया तो उसे दुबारा दाखिला लेने के लिए अगली कट ऑफ का इंतजार करना पड़ेगा। छात्र को उसी कट ऑफ में दाखिला लेने की अनुमति नहीं मिलेगी। अगली कट ऑफ में भी सीट खाली रहने पर ही उसे दाखिला मिल सकेगा।
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