दिल्ली कैंट में बच्ची के साथ दुष्कर्म व हत्या मामला: करंट लगने से मौत का मौके से नहीं मिला साक्ष्य, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हुआ खुलासा

 दिल्ली कैंट में बच्ची के साथ दुष्कर्म व हत्या मामला: करंट लगने से मौत का मौके से नहीं मिला साक्ष्य, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हुआ खुलासा


(अमन न्यूज़ )

श्मशान घाट में करंट लगने से बच्ची की मौत के कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं। बच्ची के शव के बचे अंगों के पोस्टमार्टम से ये पता लगा कि करंट लगने से मौत नहीं हुई है। ये खुलासा नौ वर्षीय बच्ची के शव की विस्तृत पोस्टमार्टम से हुआ है। बच्ची के शव का पोस्टमार्टम करने वाले मेडिकल बोर्ड ने कई लोगों व विशेषज्ञों के बयान लेकर दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा को विस्तृत पोस्टमार्टम रिपोर्ट सौंपी है। शुरूआत में पोस्टमार्टम की शुरूआती रिपोर्ट दी गई थी। अब मेडिकल बोर्ड ने विस्तृत रिपोर्ट दी है। 

अपराध शाखा के एक अधिकारी ने बताया कि अपराध शाखा को वाटर कूलर की फोरेंसिक रिपोर्ट भी मिल गई है। फोरेंसिक रिपोर्ट से पता लगा है कि वाटर कूलर से कोई भी बायोजिकल फ्लूड नहीं मिला है। एक्सपर्ट का कहना है कि अगर बच्ची को कूलर से करंट लगता तो वाटर कूलर पर बच्ची की जली हुई स्क्रीन और बाल आदि डीएनए नमूने मिलते। वाटर कूलर से इस तरह का कोई भी बॉयोजिकल फ्लूड (नमूने) नहीं मिला है। इससे पहले पुलिस को वाटर कूलर की एफएसएल रिपोर्ट मिल चुकी है कि वाटर कूलर में करंट नहीं था। इन रिपोर्ट से साफ है कि बच्ची की मौत वाटर कूलर से करंट लगने से नहीं हुई। वाटर कूलर से मौत की कहानी आरोपियों ने खुद को बचाने के लिए गढ़ी थी। 


दिल्ली पुलिस को सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की रिपोर्ट भी मिल गई है। फुटेज से किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं की गई है। पुलिस को श्मशान घाट के पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज मिलीं थीं। इस फुटेजों को जांच के लिए भेजा गया था। इन फुटेज से पता लग रहा है कि फुटेजों के साथ छेड़छाड़ नहीं की गई है। दूसरा ये भी पता लगा है कि श्मशान घाट के अंदर पुजारी राधेश्याम व कुलदीप और बच्ची थी। साथी ही फुटेज से ये पता लग रहा है कि बच्ची साढ़े पांच बजे जिंदा थी, जबकि श्मशान घाट के रजिस्टर में बच्ची के अंतिम संस्कार का समय साढ़े पांच बजे लिखा हुआ है। अपराध शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इन सभी रिपोर्ट को पुलिस ने शनिवार को कोर्ट में दाखिल की गई चार्जशीट में रखा है।



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