(अमन न्यूज़)
दिल्ली के शाहीन बाग में केंद्र सरकार और प्रदर्शनकारियों के बीच सुलह का रास्ता खुलता सकता है. सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त वार्ताकार वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े शाहीन बाग पहुंचे हैं. वे प्रदर्शनकारियों से सुलह के फॉर्मूले पर बात करेंगे. उनके साथ साधना राम चंद्रन भी पहुंची हैं. दोनों वार्ताकार जब शाहीन बाग के प्रदर्शन मंच पर पहुंचे तो लोगों ने तालियां बजाकर स्वागत किया.
प्रदर्शन स्थल पर पहुंचने के बाद संजय हेगड़ने ने कहा कि हमारे पास वक्त है, हम आपको सुनने आए हैं.
शाहीन बाग पहुंचने से पहले उन्होंने ट्वीट कर लोगों से सुझाव मांगा. संजय हेगड़े ने एक ट्वीट में कहा कि मैं शाहीन बाग जा रहा हूं. कोई सुझाव. लोग उन्हें ट्विटर पर सुझाव भी दे रहे हैं. शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ 67 दिन से धरना जारी है. संजय हेगड़े जहां शाहीन बाग पहुंच चुके हैं, वहीं वजाहत हबीबुल्लाह 4 बजकर 30 मिनट पर प्रदर्शन स्थल पर पहुंचेंगे.
शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ दो महीने से ज्यादा समय से प्रदर्शन चल रहा है. इसकी वजह से सड़क बंद पड़ी है. सुप्रीम कोर्ट ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत करने के लिए एक वार्ताकार पैनल का गठन किया थाजिसमें पूर्व मुख्य सूचना आयुक्त वजाहत हबीबुल्लाह, वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन शामिल हैं.
शाहीन बाग में सड़क पर डटे प्रदर्शनकारी वार्ताकारों से बातचीत को तैयार हो गए हैं, लेकिन अपनी मांग से हटने के लिए तैयार नहीं हैं. शाहीन बाग में धरने पर डटी 'दादी' वार्ताकारों से बातचीत की अगुवाई करेंगी. हालांकि, प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि जब तक सीएए नहीं हटता, हम धरने से नहीं हटेंगे.
रास्ता खुलवाने पर है सबका जोर
सुप्रीम कोर्ट ने शाहीनबाग पर चल रही सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने साफ किया था कि देश में प्रोटेस्ट का अधिकार सबको है लेकिन सड़क बंद करने का अधिकार किसी को नहीं है. माना जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट की पहल शाहीनबाग के प्रदर्शनकारी मध्यस्थता के बाद प्रदर्शन खत्म कर सकते हैं.
एक तरफ जहां केंद्र सरकार कई बार साफ कर चुकी है कि किसी भी कीमत पर नागरिकता संशोधन कानून(सीएए) से पीछे नहीं हटेगी, वहीं प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक यह कानून वापस नहीं होता, प्रदर्शन जारी रहेगा.
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