(अमन न्यूज़) धर्म के नाम पर नफरत फैलाने वालों के लिए बाबा राघवदास का कर्मक्षेत्र सदैव मिसाल रहा है। श्री हनुमान विद्या मंदिर इंटर कॉलेज बरांव की मुस्लिम छात्राएं इसकी नजीर हैं। जो राम और रहमान में फर्क नहीं रखती हैं। ये कुरान की आयतों की तरह प्रार्थना में रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ करती हैं। श्री हनुमान विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में 1970 के दशक से विद्यालय में रोजाना प्रार्थना में छात्र-छात्राएं हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं। विद्यालय में दूर-दराज से सभी वर्ग के विद्यार्थी पढ़ने आते हैं। विद्यालय में वर्षों से गंगा-जमुनी तहजीब चली आ रही है। लोगों का कहना है कि प्रार्थना में मुस्लिम छात्राएं हनुमान चालीसा का पाठ कराती हैं। दुबौली गांव की कक्षा 12 की छात्रा जुबैदा, बरांव गांव की कक्षा 11 की सानियां, शाहिदा आदि मुस्लिम वर्ग की छात्राएं मजहबी दकियानूसी को दरकिनार कर नमाज अता करने के साथ कुरान की आयत पढ़ती हैं। छात्राओं का कहना है कि गीता और कुरान हमें आपस में लड़ने की सीख नहीं देती है। दोनों का मकसद अपने बंदों को सही मार्ग दिखाना है। अधूरा ज्ञान रखने वाले ही लोगों को आपस में लड़ाने का कार्य करते हैं। प्रधानाचार्य बसंत कुमार मिश्र का कहना है कि सिंहापुर रिच कामर्स के पूर्व चेयरमैन स्व. शिव प्रसाद शर्मा ने क्षेत्र में बेहतर शिक्षा के लिए विद्यालय की नींव रखी थी। इसका नामकरण अपने ईष्टदेव के नाम पर किया था। प्रार्थना में हनुमान चालीसा का पाठ किया जाता है। जबकि अन्य प्रार्थना भी कराया जाता है। यहां कोई भेदभाव नहीं है
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