आज के समय में हर उम्र के लोगों के लिए सेक्स बहुत आम चीज हो गई हैं जिसके कारण किशोर गर्भवास्था (टीनेज प्रेगनेंसी) के मामले भी बहुत तेजी से बढ़ रहे है। किशोर गर्भवास्था जब 12 से 19 वर्ष की लड़कियां किसी व्यक्ति के साथ सेक्स करने के बाद गर्भावती हो जाती हैं।
आइये जानते हैं किशोर गर्भवास्था के कारण:
किशोरावस्था में पहुंचने के बाद लड़के और लड़की एक दूसरे से दोस्ती करते हैं और फिर करीब आने के बाद चोरी छुपे यौन संबंध भी बनाते हैं। जिसके कारण किशोरावस्था में ही लड़कियां प्रेग्नेंट हो जाती है। एक रिपोर्ट में पाया गया है कि 28% लड़कियां प्रेग्नेंट होती है क्योंकि उनको दबाव दिया जाता है। जबकि 35% किशोर लड़कियां इस डर के कारण सेक्स करने के लिए तैयार हो जाती हैं ताकि उनका बॉयफ्रेंड उन्हे छोड़ ना दे। ज्यादातर मां-बाप अपने बच्चों को योन शिक्षा नहीं देता। मां बाप बच्चों की तरफ ज्यादा ध्यान नहीं दे पाते हैं। बच्चे फिर सेक्स के बारे में इंटरनेट से पढ़ते हैं और सेक्स को करने के लिए उतावले हो जाते हैं पर यौन शिक्षा ना होने के कारण उन्हें पता नहीं चलता है कि सेक्स करने की एक आयु होती है। तभी बोलते हैं आजकल यौन शिक्षा होना बहुत जरूरी है ।यौन हिंसा और बलात्कार भी किशोर गर्भावस्था का एक बड़ा कारण है। ज्यादातर किशोर उम्र की लड़कियां अपने घरवालों और रिश्तेदारों द्वारा यौन हिंसा के कारण गर्भवती हो जाती है। किशोरावस्था एक समय है जब लड़कियों का विकास होना शुरू होता है और अगर वही गर्भवती हो जाती है तो इसका असर उनकी स्वास्थ्य पर भी पड़ सकता है और बहुत सारी बीमारियां भी हो सकती है जैसा कि ब्लड प्रेशर, मोटापा हो जाता है और बहुत सारी बीमारियां भी हो सकती है। सबसे बड़ा खतरा है बच्चे का जन्म से पहले ही मृत्यु होना क्योंकि टीनएज वह उम्र है जहां लड़की की बॉडी प्रेगनेंसी के लिए तैयार नहीं हती।
किशोर गर्भावस्था मैं घर वालों को लड़कियों को समझाना चाहिए क्योंकि घरवालों के डर की वजह से ही लड़कियां बच्चा गिराने या आत्महत्या की तरफ जाती है। आत्महत्या इसका कोई समाधान नहीं है क्योंकि बच्ची की कोई गलती नहीं होती। समाधान यह है कि घर वालों को और स्कूल में अध्यापकों को यौन शिक्षा देना बहुत जरूरी है।
आजकल अबॉर्शन आजकल अबॉर्शन के केस काफी देखे जा रहे हैं इसका शिकार मैंने मासूम हो रहे हैं क्यों उनको यौन शिक्षा के बारे में पता ही नहीं है।
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