दरिंदगी की कोई हद नहीं बची। ऐसा ही एक मामला सुनने में आया है, जहां एक शिक्षक ने अपने ही बच्चों और पत्नी की बेरहमी से हत्या कर दी। उसने ऐसे संगीन काम की योजना पहले से ही बना ली थी। वह योजना के अनुसार, मार्केट से एक धारदार चाकू लाया और लकड़ी काटने वाली आरी के साथ नींद की गोलियां भी खरीदी। शुक्रवार का दिन था और करीब 4:30 बजे उपेंद्र ने अपनी बिल्डिंग की ग्राउंड फ्लोर की परचून की दुकान से 2 लीटर दूध खरीदा, फिर रात के समय दूध में नींद की गोली मिलाकर परिवार के चारों सदस्यों को पिला दिया गया और सभी की आरी से गला काट कर मौत के घाट उतार दिया। शुक्रवार को रात 2:15 बजे उसने इस मामले को अंजाम दिया। पुलिस भी किस्सा सुन के दंग है। हत्या के बाद उपेंद्र ने बयान भी दिया इसके साथ ही उसने दो नोट भी लिखे जो कि एक हिंदी और एक अंग्रेजी में पाया गया। सुबह तक उपेंद्र लाशों के साथ ही कमरों में बंद रहा फिर जब सुबह उसकी सांस कमरा खोलने के लिए आई तो उन्होंने कमरे से खून आता हुआ देखा। तभी इस मामले का खुलासा किया गया। आशंका लगाई जा रही है कि आरोपी ने पहले चाकू से काटा फिर आरी से बारी-बारी सबके धर को अलग कर दिया। आरोपी ने जेएनयू से पढ़ाई की थी। इस घटना के एक दिन पहले भी उपेंद्र ने अपनी पत्नी की गर्दन पर चाकू रख दिया था। उस वक्त वह जाग गई तब आरोपी ने हंसते हुए कहा कि वह मजाक कर रहा है यूं तो काफी सारी वजह बताई जा रही है पर जो प्रमुख वजह मानी गई है वो दो-तीन दिन पहले हुई अनबन है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपी से पूछताछ कर रही हैl
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