जब नाचते नाचते आ गई मौत, हैरान रह गए लोग


किसी को नाचते नाचते मौत आ गई. तो कोई बात करते-करते मर गया. किसी को इतनी खुशी मिली कि अचानक सांसें थम गईं. तो किसी को ऐसा सदमा मिला कि धड़कनें रुक हो गईं. और और तो गाते-गाते भी अचानक सांसें थम जाती हैं.


मौत ज़िंदगी का आखिरी सच है. एक ऐसा सच जिसे कोई नहीं झुठला सकता. मगर मौत कब आएगी. कैसे आएगी. किस वक्त आएगी. कहां आएगी. ये कोई नहीं जानता. लेकिन कभी-कभी जिस तरह से अचानक मौत आ जाती है, उस पर यकीन ही नहीं होता. यकीन आए भी तो आए कैसे? किसी को नाचते नाचते मौत आ गई. तो कोई बात करते-करते मर गया. किसी को इतनी खुशी मिली कि अचानक सांसें थम गईं. तो किसी को ऐसा सदमा मिला कि धड़कनें रुक हो गईं. और और तो गाते-गाते भी अचानक सांसें थम जाती हैं.


बड़ी तमन्नाओं वाली रात थी वो.. केरल के कोल्लम में एक बाप अपनी बेटी की शादी में खुद गा रहा था.. मलयालम फिल्म के गाने के इन लफ्ज़ों में उसकी बेटी की शादी की खुशी और उसके चले जाने का गम साथ साथ झलक रहा था. और उसे गाते हुए पूरे मेहमान बड़े इत्मिनान से सुन रहे थे कि अचानक गाते गाते वो अचानक स्टेज पर ही गिर जाता है.


गिरने से चंद लम्हे पहले ही उसकी सांसे रुक चुकी थी. जब वो गिरा तो वहां मौजूद तमाम लोग सन्न रह गए. 55 साल के विष्णुप्रसाद को स्टेज पर गाते गाते ही दिल का दौरा पड़ा था. उनकी मौके पर ही मौत हो चुकी थी. मगर शादी रुकी नहीं. शादी के रीति रिवाज बदस्तूर जारी थी. कुछ घरवाले उन्हें नज़दीकी अस्पताल ले गए. और कुछ घरवाले उनकी बेटी की शादी की रसम पूरी करवा रहे थे. क्योंकि बड़ी मुरादों बाद ये रात आई थी. विष्णुप्रसाद एक अरसे से अपनी बिटिया की शादी होते देखना चाहते थे. मगर अब खुद ही इस दुनिया में नहीं थे.




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