गर्मी आ गई, रमजान आ गया... लेकिन नहीं आया रूह अफजा, मिली फिर तारीख

रमजान की शुरुआत हो चुकी है. पहला दिन भी बीत गया, इस बार चिलचिलाती गर्मी में रोजेदारों को पहले दिन सबसे ज्यादा कमी रूह अफजा की खली. हर किसी को उम्मीद थी कि रमजान शुरू होने से पहले रूह अफजा बाजार में मिलने लगेगा. लेकिन अभी तक रूह अफजा बाजार से गायब है. अब रूह अफजा की कमी की चर्चा सोशल मीडिया पर भी होने लगी है.क्यों गायब है? इसका सही जवाब अभी तक नहीं मिल पाया है. कंपनी गोलमोल जवाब दे रही है. चाहने वालों को जब आज से महीने भर पहले रूह अफजा नहीं मिलने की खबर मिली तो विश्वास करना मुश्किल था. क्योंकि रूह अफजा की कमी 1906 से अभी तक कभी नहीं हुई थी.कुछ लोगों ने कहा कि यह केवल अफवाह है, लेकिन लोग जब बाजार पहुंचे तो अफवाह हकीकत में बदल गई. दुकानदार भी परेशान हैं कि आखिर माजरा क्या है. कंपनी की ओर से रूह अफजा की सप्लाई क्यों नहीं की जा रही हैदरअसल वर्षों से गर्मी की शुरुआत होते ही टेलीविजन से लेकर तमाम माध्यमों से रूह अफजा का विज्ञापन दिखने लगता था. लेकिन इस बार गर्मी चरम पर पहुंच चुकी है. और रूह अफजा की कहीं कोई खबर नहीं है. आपको याद ही होगा, रूह अफजा का यह मशहूर विज्ञापन, 'जरा घुलके... जरा मिलके..., ये है इंडिया मेरी जान, जिंदगी का टेस्ट बदलता है, जब इंडिया घुलता-मिलता है. रूह अफजा घुलके जियो'. लेकिन इस बार न तो विज्ञापन दिख रहा है और न ही घर-घर की पसंद रूह अफजा उपलब्ध है.इस मामले को लेकर हमने पिछले महीने 17 अप्रैल को कंपनी से संपर्क कर वजह जानने की कोशिश की. कंपनी का सीधा कहना था कि प्रमोटरों के बीच आपसी विवाद की खबर अफवाह है और सप्लाई में कमी की वजह प्रोडक्शन यूनिट में टेक्निकल खराबी है. हालांकि उस समय कंपनी की ओर से दावा किया गया था कि प्रोडक्शन तेजी से चल रहा है और अगले एक हफ्ते में रूह अफजा आसानी से बाजार में मिलने लगेगा. लेकिन ऐसा अब तक संभव नहीं हो पाया खबर है कि रूह अफजा बनाने वाली कंपनी हमदर्द के मालिकों के बीच आपसी विवाद की वजह से प्रोडक्शन पर असर पड़ा है. हालांकि कंपनी इस तरह की खबर को शुरू से ही खारिज कर रही है. लेकिन जिस से तरह रमजान आ जाने के बावजूद भी रूह अफजा नहीं मिल रहा है, उससे साफ लगता है कि कंपनी के भीतर सबकुछ ठीक-ठाक .  


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