राजधानी के चांदनी चौक मेट्रो स्टेशन के पास सीआरपीएफ की वर्दी और नेमप्लेट लगाकर घूम रहे संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया है. इसके बाद उससे की गई पूछताछ और जांच में उसके सभी दावे झूठे ही साबित हुए हैं.
श्रीलंका में हुए आतंकी हमले और लोकसभा चुनावों के मद्देनजर पुलिस सभी संवेदनशील इलाकों में अलर्ट पर है. इसी बीच राजधानी दिल्ली के भीड़भाड़ वाले चांदनी चौक मेट्रो स्टेशन से सेंट्रल इंडस्ट्रीयल सिक्योरिटी फोर्स (सीआईएसएफ) ने एक संदिग्ध शख्स को पकड़ा है जो खुद को सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) का सिपाही बता रहा है. हालांकि, पूछताछ और जांच में उसके सभी दावे झूठे ही साबित हुए हैं.सीआईएसएफ सूत्रों के मुताबिक, शनिवार रात करीब 10 बजकर 20 मिनट पर चांदनी चौक मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर तीन के पास वर्दी में एक युवक टहल रहा था. उसे टहलता देख और उसके हाव-भाव को देखकर वहां सुरक्षा में मौजूद सीआईएसएफ जवानों को उस पर शक हुआ. शक के आधार पर जवानों ने उसे रोक लिया और उससे पूछताछ की. जिस पर उस शख्स ने कहा कि वह सीआरपीएफ का जवान है.इस बीच स्टेशन पर मौजूद सीआईएसएफ के अधिकारी मौके पर पहुंच गए और खुद को सीआरपीएफ का जवान बताने वाले शख्स को सीआईएसएफ के दफ्तर में लेजाकर तलाशी ली गई तो उसकी जेब से दो आधार कार्ड मिले हैं. दोनों आधार कार्ड पर अलग-अलग जन्म तारीखें लिखी हुई हैं.संदिग्ध की पहनी हुई वर्दी पर बकायदा नेम प्लेट थी, जिस पर नदीम खान लिखा है, लेकिन इसके अलावा कोई दूसरा आई कार्ड या फिर कोई दस्तावेज उसके पास से नहीं मिला है.पूछताछ में नदीम ने पहले बताया कि वो शामली का रहने वाला है और अभी सीआरपीएफ में श्रीनगर के मोहन नगर में ट्रेनिंग ले रहा है. साथ ही उसने बताया कि अभी वह अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने अपने घर जा रहा है.इसके बाद सीआईएसएसएफ के अधिकारियों ने श्रीनगर के मोहन नगर सीआईएसएफ के कंट्रोल रूम से सम्पर्क किया तो पता लगा कि इस नाम का कोई भी शख्स ना तो वहां ट्रेनी है और ना ही किसी पद पर है. लिहाजा सीआईएसएफ ने तुरंत दिल्ली पुलिस से सम्पर्क किया और संदिग्ध नदीम को उनके हवाले कर दिया है.फिलहाल नदीम से दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के अधिकारी और खुफिया विभाग के अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं कि वह क्यों वर्दी में मेट्रो स्टेशन गया था और उसे ये हूबहू असली जैसी दिखने वाली वर्दी और नेम प्लेट कहां से मिली.
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